भारत और नाइजीरिया के बीच समझौता “शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाहरी स्थान की खोज और उपयोग में सहयोग (Cooperation in the exploration and use of outer space for peaceful purposes)” पर 13 अगस्त 2020 को संघीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, अबुजा (नाइजीरिया की राजधानी) में संपन्न हुआ।
हस्ताक्षर समारोह वीडियो लिंक के माध्यम से विदेश राज्य मंत्री श्री वी मुरलीधरन (भारत) एवं डॉ. ओग्बोन्नय ओनू, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, नाइजीरिया गणराज्य संघीय गणराज्य अबूजा में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए।
इसरो के वैज्ञानिक सचिव श्री आर. उमामहेश्वरन भी बेंगलुरु में इसरो मुख्यालय से वीडियो लिंक के माध्यम से उपस्थित थे।
समझौता ज्ञापन में भारत-नाइजीरिया के सहयोग से अंतरिक्ष विज्ञान, ग्रहों की खोज, भूतल स्टेशनों, सूक्ष्म और लघु उपग्रहों के विकास और संयुक्त अंतरिक्ष अनुसंधान एवं विकास की परिकल्पना की गई है।
यह ISRO द्वारा क्षमता निर्माण सहायता, वैज्ञानिक जानकारी का आदान-प्रदान, शैक्षणिक संस्थानों और संयुक्त संगोष्ठियों / सम्मेलनों के बीच आदान-प्रदान प्रदान करता है। सुदूर संवेदन, संचार और नेविगेशन में सहयोग से वानिकी, पर्यावरण, कृषि, खनन, वाटरशेड विकास और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नाइजीरिया को लाभ होगा।
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