भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश (First Chief Justice of India)

भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश (First Chief Justice of India) का नाम एच जे कनिया है।

एच जे कनिया स्वतंत्र भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश थे। इन्होंने यह पद 26 जनवरी 1950 को संभाला था एवं 6 नवंबर 1951 को इनकी पद संभालते हुए मृत्यु हो गई थी। ये स्वतंत्र भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश थे।

प्रारंभिक जीवन

कनिया का जन्म 3 नवंबर 1890 को एवं मृत्यु 6 नवंबर 1951 को हुई थी। उनके दादा ब्रिटिश सरकार के साथ गुजरात में एक राजस्व अधिकारी थे एवं उनके पिता, जेकिसुनदास, भावनगर रियासत के शामलदास कॉलेज में संस्कृत प्राध्यापक और फिर प्रधानाचार्य थे।

शिक्षा एवं विवाह

एच जे कनिया की १९१० में शिक्षा कला विषय में थी। बम्बई आने के बाद एलएलबी की परीक्षा १९१२ में उत्तीर्ण की एवं एलएलएम परीक्षा १९१३ में उत्तीर्ण की। फिर वर्ष १९१५ में बैरिस्टर के तौर पर अभ्यास करना शुरू किया, बाद में बॉम्बे के गवर्नर की कार्यकारी परिषद के कुछ समय में सर चुन्नीलाल मेहता की बेटी कुसुम मेहता से उनका विवाह हुआ।

भारत में प्रथम पुरुष

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